प्राचीन ग्रंथ कहते हैं कि जब पृथ्वी क्षीरसागर में डूब गई थी, तब भगवान विष्णु ने वराह अवतार धारण किया। इसी तरह, हाल ही में NASA ने लगभग 12 अरब प्रकाश वर्ष दूर एक विशाल cosmic water reservoir की खोज की है।
क्या यह आधुनिक विज्ञान का “नाक-झोंक” उसी पौराणिक क्षीरसागर से है?


🐗 पौराणिक पृष्ठभूमि – वराह अवतार की कथा

बहुत समय पहले हिरण्याक्ष नामक राक्षस ने पृथ्वी माता को उठाकर समुद्र में छिपा दिया था। तब भगवान विष्णु ने वराह रूप धारण किया, समुद्र में उतर कर एक लंबा युद्ध लड़ा और अंततः पृथ्वी को वापस लाया। यह कथा शास्त्रों में धर्म की रक्षा और संतुलन के प्रतीक के रूप में उल्लेखित है।


🔭 NASA की आधुनिक खोज – कॉस्मिक वाटर रिसर्वायर

नासा की टीम ने क्वासर APM 08279+5255 के पास लगभग 12 अरब प्रकाश वर्ष दूर, एक विशाल वॉटर रिसर्वायर का पता लगाया—जो पृथ्वी के सभी महासागरों से 140 ट्रिलियन गुना अधिक पानी का भंडार है। यह खोज दिखाती है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में पानी पहले से मौजूद था, जो जीवन के लिए आधार बन सकता है ।

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